तू ही राम है, तू रहीम है,
तू करीम, कृष्ण, खुदा हुआ,
तू ही वाहेगुरु, तू येसुमसीह,
हर नाम में तू समा रहा।
तू ही राम है.
तेरी जात पाक कुरान में,
तेरा दर्श-वेद पुराण में,
गुरु-ग्रंथ जी के बखान में,
तू प्रकाश अपना दिखा रहा।
तू ही राम है........
अरदास है, कहीं कीत्र्तन,
कहीं रामध्ुन कहीं आवहन,
विध्-वेद का यह सब रचन,
तेरा भक्त तुझको बुला रहा।
तू ही राम है.......